पंडित श्यामानंद जी महाराज ,वृंदावन के प्रमुख संत _______
“जहां राधा रानी ने स्वयं दिया मातृत्व का वरदान…”
जहां राधा रानी ने करुणा बरसाई, वहीं अहोई अष्टमी (13अक्टूबर 2025 ) के पावन अवसर पर संतान सुख की कामना लिए देशभर से श्रद्धालु राधाकुंड की ओर उमड़ेंगे।

मान्यता है कि इस दिव्य सरोवर में अहोई अष्टमी पर स्नान करने से निःसंतान दंपत्तियों को संतान-प्राप्ति का वरदान मिलता है। यही कारण है कि ब्रजभूमि का यह पुण्य अवसर, आस्था के सबसे भावुक रंगों से रंग जाता है।

अहोई अष्टमी के पावन पर्व पर राधाकुंड में हजारों श्रद्धालुओं ने आस्था की डुबकी लगाएंगे। संतान सुख की कामना से राधाकुंड में माताएं स्नान करेंगी।
— एक ऐसी परंपरा जो केवल ब्रजभूमि में संभव है।
प्रशासन सतर्क, श्रद्धालु निश्चिंत
DM चंद्र प्रकाश सिंह और SSP श्लोक कुमार ने स्वयं किया परिक्रमा मार्ग और राधाकुंड का निरीक्षण, ताकि श्रद्धालुओं को मिले सुरक्षा और सुविधा का पूर्ण अनुभव।
“श्री कृष्ण जन्मभूमि मुक्ति न्यास के अध्यक्ष महेंद्र प्रताप सिंह एडवोकेट ने नारी के सम्मान में क्या कहा “
राधाकुंड में दीपों की रोशनी, भजनों की स्वर लहरियां और मातृत्व की अनमोल प्रार्थना… ब्रज में आस्था का अद्भुत संगम!
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